पचपदरा विधानसभा चुनाव 2023 कैसी होगी चुनावी पारी

पंचपदरा विधानसभा सीट राजस्थान के नवगठित बालोतरा जिले की एक महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2018 में कांग्रेस के मदन प्रजापत ने जीत हासिल की थी। आगामी विधानसभा चुनाव पंचपदरा विधानसभा सीट से परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह देखने लायक होगा!
कुछ महत्वपूर्ण जानकारी -
पचपदरा विधानसभा क्षेत्र संख्या 137 की बात करें तो यह सामान्य सीट है, 2011 की जनगणना के अनुसार पचपदरा विधानसभा की कुल जनसंख्या 336624 है, जिसका 77.87% हिस्सा ग्रामीण और 22.13% हिस्सा शहरी है, कुल आबादी का 14.58 फीसदी अनुसूचित जाति और 9.65 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं! 2017 की वोटर लिस्ट के मुताबिक यहां पर कुल वोटर्स की संख्या 213636 है, और 229 पोलिंग बूथ हैं, वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 74.52% वोट और 2014 के लोकसभा चुनाव में 67.24% वोट पड़े थें!
पचपदरा पूर्वी राजस्थान का अहम विधानसभा क्षेत्र -
देश-दुनिया में रिफाइनरी के लिए अपना नाम अंकित कर चुका पचपदरा पूर्वी राजस्थान का एक अहम विधानसभा क्षेत्र है. पचपदरा विधानसभा क्षेत्र का इतिहास बेहद रोचक रहा है, यह पूर्वी राजस्थान की वो विधानसभा सीट है, जहां से पहली बार महिला विधायक चुनी गई और उन्होंने लगातार 3 बार विजय हासिल की थी, इस क्षेत्र के लोगों ने कई बार हर बड़े दल को मौका दिया है, राजस्थान के नवगठित बालोतरा जिले में आने वाले पचपदरा विधानसभा सीट है | इस सीट पर 5 बार भाजपा और 6 बार कांग्रेस का कब्जा रहा है, दो बार निर्दलीय ने इस सीट पर जीत हासिल की है!
आजादी के बाद अमराराम चौधरी 8 बार एवं मदन कौर 7 बने विधायक
पचपदरा विधानसभा सीट पर अमराराम चौधरी 8 बार निर्दलीय के साथ-साथ कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ते रहे, जबकि 7 बार मदन कौर ने चुनाव लड़ा. अमराराम ने 1980 में पहला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और जीत हासिल की. इसके बाद 1993 में अमराराम निर्दलीय लड़े और जीते. फिर 1998, 2003 और 2013 में अमराराम भाजपा के टिकट पर जीते. हालांकि लंबे सफर में अमराराम को तीन बार हार का सामना भी करना पड़ा. साथ ही अमराराम बाद में मंत्री भी बने. वहीं मदन कौर ने पहला चुनाव 1962 में लड़ा था जिसमें उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन 1967 से लेकर 1977 तक मदन कौर ने तीन बार जीत हासिल की
दिलचस्प -
जिले की एकमात्र महिला विधायक मदनकौर, मंत्री भी रहीं , जिले के राजनीति इतिहास में पहली महिला विधायक मदनकौर चुनी गईं। 1967 में पहली जीत के साथ सियासी सफर शुरू किया। 2003 तक सात बार चुनाव लड़ा। 1977 में भैरोंसिंह शेखावत की सरकार में मंत्री भी रहीं।
आइए जाने 2018 विधानसभा चुनाव परिणाम -
2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मदन प्रजापत को कुल 69393 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा के अमराराम चौधरी को 66998 वोट हासिल हुए. यानी बहुत ही कम अंतर से यह सीट कांग्रेस के खाते में गई.