राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बाड़मेर चुनावी रैली में पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में महंगाई राहत कैम्प के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए केन्द्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अजमेर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहकर गए कि राजस्थान जैसे योजनाएं देश में लागू की जाए तो देश दिवालिया हो जाए। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रीमण्डल के मंत्रियों के दिमाग दिवालिए हो गए हैं।

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बाड़मेर चुनावी रैली में पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने बाड़मेर चुनावी रैली में पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया( Image : Ashok Gehlot Twitter )

बाड़मेर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में महंगाई राहत कैम्प के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए केन्द्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अजमेर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहकर गए कि राजस्थान जैसे योजनाएं देश में लागू की जाए तो देश दिवालिया हो जाए। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रीमण्डल के मंत्रियों के दिमाग दिवालिए हो गए हैं।

केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को घेरते हुए कहा कि संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी मामले में अभियुक्त बनाने के बाद पद पर है। नैतिकता के नाते इस्तीफा दें या फिर प्रधानमंत्री उनको धमकी दें कि यह क्या कर रहे हों। बाड़मेर-जैसलमेर के सर्वाधिक लोग प्रभावित हुए है। लाखों रुपए गरीब लोगों के डूब गए है। मजदूर, श्रमिक, गरीब लोगों को देखकर भावुक हो जाते है। मैं उनकी आवाज बना तो गजेन्द्र सिंह कहते है मेरी मानहानि कर दी। क्या गरीब की आवाज बनना मानहानि है?

भगवान सिंह  जी के चेले हैं शेखावत 

गहलोत ने कहा कि संजीवनी मामले का पूरा खुलासा होगा। इथेपिया औैर अन्यत्र फार्महाऊस बना लिए है। मैने तो क्षेत्रिय युवक संघ के भगवानसिंह रोलसाहब सर को भी कहा है कि अपने चेले को समझाओ, यह बहुत गलत कर रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री बहुत जिद्दी आदमी है। यह जिद्द सकारात्मक होनी चाहिए।

कर्ज को लेकर यह बोले सीएम गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा कि कर्ज लेकर दुनिया भर में सरकारें चलती हैं. मैं आपसे सवाल करना चाहता हूं. 2014 में जब आप की सरकार बनी थी. उस दौरान देश पर 55 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था. जो अब बढ़कर 1.55 लाख करोड़ हो गया है. किसी भी राज्य को भारत सरकार के परमिशन से ही कर्ज मिलता है. कर्ज से पहले उस राज्य के रेवेन्यू और योजनाओं को देखा जाता है. जो हमारे राजस्थान में सबसे बेस्ट है.