क्रिकेटरों को मिलेगी राहत, बायो-बबल को लेकर बीसीसीआई (BCCI) ने लिया बड़ा फैसला

ICC भी बायो-बबल को खत्म करने पर विचार कर रहा है!

क्रिकेटरों को मिलेगी राहत, बायो-बबल को लेकर बीसीसीआई (BCCI) ने लिया बड़ा फैसला
Ranji Trophy final. (Photo Source: Twitter)
Ranji Trophy final. (Photo Source: Twitter)

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कथित तौर पर घरेलू मैचों के लिए बायो-बबल को खत्म करने की योजना बना रहा है। जब से कोविड-19 महामारी का में उदय हुआ है, तब से पेशेवर क्रिकेटरों को टूर्नामेंट के दौरान सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए  खुद को एक विशेष क्षेत्र में सीमित रखना पड़ता है।

क्रिकेटरों को बायो-बबल में प्रवेश करने से पहले क्वारंटाइन अवधि भी पूरा करना होता है, और साथ ही उन्हें बार-बार आरटी-पीसीआर टेस्ट भी करना होता है। वे किसी सीरीज या टूर्नामेंट के पूरा होने के पहले बॉयो-बबल से बाहर नहीं निकल सकते, वरना उन पर कार्यवाही की जा सकती है। ये नियम सभी जगह लागू है।

कई खिलाड़ियों द्वारा बायो-बबल के कारण होनी वाली थकान की शिकायत करने के बाद बीसीसीआई (BCCI) ने इस महीने दो घरेलू प्रतियोगिताओं के साथ एक प्रयोग करने का फैसला किया है। कथित तौर पर बीसीसीआई (BCCI) ने अंडर-19 कूचबिहार ट्रॉफी नॉकआउट और 18 अप्रैल से शुरू होने वाली सीनियर महिला टी-20 ट्रॉफी के लिए मेजबान शहरों में आने पर खिलाड़ियों को सूचित किया किया है कि उन्हें अब क्वारंटाइन से गुजरना नहीं पड़ेगा।

बायो-बबल को लेकर बीसीसीआई (BCCI) लेगा बड़ा फैसला

बीसीसीआई (BCCI) के एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा: “जब आईपीएल 2022 (IPL 2022) का शेड्यूल तैयार हुआ, तब भी तीसरी लहर चल रही थी। BCCI मल्टी-सिटी टूर्नामेंट के साथ कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था, क्योंकि बहुत कुछ दांव पर लगा है। ये दो घरेलू टूर्नामेंट इस बात का एक अच्छा संदर्भ हो सकते हैं  कि कोविड-19 वायरस से निपटने के लिए हम कहां खड़े हैं।”

हालांकि, खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बार-बार आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया जाएगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा साझा किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, टीमें प्रतियोगिता से तीन दिन पहले (15 अप्रैल) अपने शिविरों में रिपोर्ट कर सकती हैं, और अगले दिन अपना प्रशिक्षण शुरू कर सकती हैं।

लेकिन खिलाड़ियों को कोविड-19 से जुड़े सभी नियमों का पालन करना होगा, वहीं टीमों को होटल के एक निर्दिष्ट हिस्से में रखा जाएगा, और खिलाड़ियों को प्रतिभागियों के अलावा अन्य लोगों से जुड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कोविड-19 युग शुरू होने के बाद से भारत में पहली बार बिना बायो-बबल मानदंडों के पेशेवर क्रिकेट खेला जाएगा।

इस बीच, सूत्र ने यह भी खुलासा किया है कि जारी आईपीएल 2022 (IPL 2022) के दौरान तीन टीमों की महिला टी-20 चैलेंज में खिलाड़ियों के लिए बायो-बबल में ढील दी जा सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि ICC भी बायो-बबल को खत्म करने पर विचार कर रहा है, और इस सप्ताह बोर्ड की बैठक में इस मामले पर चर्चा हो सकती है।