सपा नहीं बचा पाएगी मैनपुरी का अपना गढ़ :एस पी सिंह बघेल
केंद्रीय राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल बुधवार को मैनपुरी में थे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। एसपी सिंह ने कहा कि आज भी अखिलेश यादव मानसिक रूप से मुख्यमंत्री की कुर्सी से नहीं उतर पाए हैं। इसी का नतीजा रहा कि उन्हें आजमगढ़ सीट गवानी पड़ी।
केंद्रीय राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल बुधवार को मैनपुरी में थे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। एसपी सिंह ने कहा कि आज भी अखिलेश यादव मानसिक रूप से मुख्यमंत्री की कुर्सी से नहीं उतर पाए हैं। इसी का नतीजा रहा कि उन्हें आजमगढ़ सीट गवानी पड़ी।
मैनपुरी के स्टेशन रोड स्थित भाजपा के चुनाव कार्यालय में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा की अखिलेश यादव अपनी सुविधा का ध्यान रखते हुए आजमगढ़ उपचुनाव में अपने भाई के लिए वोट मांगने नहीं गए। इसका नतीजा धर्मेंद्र यादव को हार के रूप में मिला। उन्होंने कहा कि जिन्हें सपा अपना गढ़ कहती थी वह फिरोजाबाद, कन्नौज, बदायूं पहले ही ध्वस्त हो चुके हैं। इस चुनाव में मैनपुरी का गढ़ भी नहीं बचेगा।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा की 2019 का लोकसभा चुनाव सपा और बसपा ने गठबंधन से लड़ा था। मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव जैसे कद्दावर नेता सपा से मैदान में थे, तब उनकी लाखों की जीत हजारों में सिमट गई। इस बार न तो गठबंधन है और न ही मुलायम सिंह यादव जैसा नेता, इसलिए भाजपा की जीत सुनिश्चित है। जब उनसे बहुजन समाज पार्टी के वोट बैंक को लेकर सवाल पुछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश और केंद्र सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बसपा के कोर वोट बैंक अनुसूचित जाति को ही मिला है। ऐसे में इस बार भाजपा को ही बसपा का वोटर समर्थन करेगा।
यादव परिवार पर तंज़ कसते हुए उन्होंने कहा पहले जहां मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव नामांकन दाखिल करने के बाद केवल एक सभा करने आते थे और जीत का प्रमाण पत्र ले जाते थे। इस बार पूरा परिवार घर-घर जाकर वोट मांग रहा है, सभी के चेहरे पर हताशा साफ नजर आ रही है।