क्या आप भी लाइव देखना चाहते हैं लोकसभा की कार्यवाही! जानें क्या है अंदर जाने का नियम

संसद में इन दिनों शीतकालीन सत्र चल रहा है. अगर आप सदन की कार्यवाही लाइव देखना चाहते हैं, तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, एक प्रोसेस के तहत आप सदन के भीतर बैठकर लोकसभा की कार्यवाही को देख सकते हैं. इसके लिए आपको संसद द्वारा जारी पास प्राप्त करना होगा. चलिए जानते हैं क्या है आसान तरीका. आम लोगों के लिए सदन में है दर्शक दीर्घासंसदीय मंत्रालय द्वारा आम लोगों के लिए लोकसभा में एक दर्शक दीर्घा बनाया गया है. यह एक बालकनी नुमा होता है, जहां से आम दर्शक सदन की कार्यवाही देखते हैं. आपको बता दें कि लोकसभा में एंट्री के लिए पास बनवाना होता है, जिसपर टाइम स्लॉट अंकित रहता है. यहां आपको समय से एंट्री की इजाजत दी जाती है. साथ ही आपके बैठने के लिए भी उचित व्यवस्था होती है. पास बनवाने का ये है आसान प्रोसेसजैसा की हमने बताया लोकसभा में कार्यवाही देखने के लिए पास की जरूरत होती है. इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा. यह फॉर्म सीपीआईसी यानी लोकसभा के रिसेप्शन से आप प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा लोकसभा की आधिकारीक वेबसाइट www.parliamentofindia.nic.in से भी आप फॉम प्राप्त कर सकते हैं. इसके बाद आपको वह फॉर्म भरना होगा, जहां आवेदक का नाम, पता, उम्र आदि कई तरह की जानकारियां देनी होंगी. यह भी मालूम हो कि आपके द्वारा भरा जा रहा फॉर्म लोकसभा से वेरिफाइड होनी चाहिए. अन्यथा अंतिम समय में आपको एंट्री नहीं मिलेगी. फॉम पर सांसद का हस्ताक्षर अनिवार्यपास के लिए भरे जा रहे फॉर्म पर किसी सांसद का हस्ताक्षर अनिवार्य है. इसके अलावा स्थानीय सांदन का भी आप हस्ताक्षर ले सकते हैं. बताते चले कि लोकसभा की कार्यवाही के लिए एक उम्र सीमा तय की गई है. यहां 10 साल से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश पर मनाही है. वहीं, लोकसभा द्वारा उतने की पास बांटे जाते हैं, जितनी दर्शन दीर्घा में सीट की उपलब्धता होती है. स्कूली बच्चे भी देख सकते हैं संसद की कार्यवाहीलोकसभा की कार्यवाही स्कूली बच्चे भी देख सकते हैं, यहां समूह मेें बच्चों को लोकसभा की कार्यवाही दिखाई जाती है. स्कूल प्रबंधन को इसके लिए लोकसभा के स्पीकर से महासचिव से संपर्क करना होगा. जो प्रबंधन को समूह में बच्चों की उपस्थिती के लिए पास की व्यवस्था करते हैं. इसकी जानकारी स्कूली बच्चों को पहले दी जाती है, उसके बाद ही इन बच्चों का पास जारी होता है.

क्या आप भी लाइव देखना चाहते हैं लोकसभा की कार्यवाही! जानें क्या है अंदर जाने का नियम

संसद में इन दिनों शीतकालीन सत्र चल रहा है. अगर आप सदन की कार्यवाही लाइव देखना चाहते हैं, तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, एक प्रोसेस के तहत आप सदन के भीतर बैठकर लोकसभा की कार्यवाही को देख सकते हैं. इसके लिए आपको संसद द्वारा जारी पास प्राप्त करना होगा. चलिए जानते हैं क्या है आसान तरीका.

आम लोगों के लिए सदन में है दर्शक दीर्घा

संसदीय मंत्रालय द्वारा आम लोगों के लिए लोकसभा में एक दर्शक दीर्घा बनाया गया है. यह एक बालकनी नुमा होता है, जहां से आम दर्शक सदन की कार्यवाही देखते हैं. आपको बता दें कि लोकसभा में एंट्री के लिए पास बनवाना होता है, जिसपर टाइम स्लॉट अंकित रहता है. यहां आपको समय से एंट्री की इजाजत दी जाती है. साथ ही आपके बैठने के लिए भी उचित व्यवस्था होती है.

पास बनवाने का ये है आसान प्रोसेस

जैसा की हमने बताया लोकसभा में कार्यवाही देखने के लिए पास की जरूरत होती है. इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा. यह फॉर्म सीपीआईसी यानी लोकसभा के रिसेप्शन से आप प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा लोकसभा की आधिकारीक वेबसाइट www.parliamentofindia.nic.in से भी आप फॉम प्राप्त कर सकते हैं. इसके बाद आपको वह फॉर्म भरना होगा, जहां आवेदक का नाम, पता, उम्र आदि कई तरह की जानकारियां देनी होंगी. यह भी मालूम हो कि आपके द्वारा भरा जा रहा फॉर्म लोकसभा से वेरिफाइड होनी चाहिए. अन्यथा अंतिम समय में आपको एंट्री नहीं मिलेगी.

फॉम पर सांसद का हस्ताक्षर अनिवार्य

पास के लिए भरे जा रहे फॉर्म पर किसी सांसद का हस्ताक्षर अनिवार्य है. इसके अलावा स्थानीय सांदन का भी आप हस्ताक्षर ले सकते हैं. बताते चले कि लोकसभा की कार्यवाही के लिए एक उम्र सीमा तय की गई है. यहां 10 साल से कम उम्र के बच्चों के प्रवेश पर मनाही है. वहीं, लोकसभा द्वारा उतने की पास बांटे जाते हैं, जितनी दर्शन दीर्घा में सीट की उपलब्धता होती है.

स्कूली बच्चे भी देख सकते हैं संसद की कार्यवाही

लोकसभा की कार्यवाही स्कूली बच्चे भी देख सकते हैं, यहां समूह मेें बच्चों को लोकसभा की कार्यवाही दिखाई जाती है. स्कूल प्रबंधन को इसके लिए लोकसभा के स्पीकर से महासचिव से संपर्क करना होगा. जो प्रबंधन को समूह में बच्चों की उपस्थिती के लिए पास की व्यवस्था करते हैं. इसकी जानकारी स्कूली बच्चों को पहले दी जाती है, उसके बाद ही इन बच्चों का पास जारी होता है.