Sanjay Raut का हुआ भव्य स्वागत, पटाखे फोड़कर जश्न मनाते नजर आए हजारों शिवसैनिक

पात्रा चॉल मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering Case) मामले में तीन महीने से जेल में बंद शिवसेना (Shiv Sena) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को जेल से जमानत मिल गई है। बुधवार देर शाम को वो मुंबई की ऑर्थर रोड जेल (Arthur Road Jail) से बाहर आए उन्हें स्पेशल कोर्ट से जमानत मिली है।

Sanjay Raut का हुआ भव्य स्वागत, पटाखे फोड़कर जश्न मनाते नजर आए हजारों शिवसैनिक
Sanjay Raut का हुआ भव्य स्वागत, पटाखे फोड़कर जश्न मनाते नजर आए हजारों शिवसैनिक

मुंबई: पात्रा चॉल मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering Case) मामले में तीन महीने से जेल में बंद शिवसेना (Shiv Sena) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को जेल से जमानत मिल गई है। बुधवार देर शाम को वो मुंबई की ऑर्थर रोड जेल (Arthur Road Jail) से बाहर आए उन्हें स्पेशल कोर्ट से जमानत मिली है। वहीं, इस जमानत के खिलाफ ईडी ने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई है जिसे लेकर गुरुवार को सुनवाई होगी। 

जेल के बाहर जश्न

संजय राउत के जेल से बाहर आने के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। संजय राउत जिस वक्त जेल से निकलकर कार में बैठे तब वहां हजारों शिवसैनिक मौजूद थे और पटाखे फोड़कर जश्न मनाते नजर आए। इस दौरान संजय राऊत ने कहा कि '100 दिन बाद भी सभी ने मुझे याद किया इसलिए मैं सभी का आभारी हूं।'

‘शेर लौट आया है’- शिवसेना उद्धव गुट 

संजय राउत को जमानत मिलने के बाद शिवसेना (उद्धव ठाकरे) की प्रवक्ता सुषमा अंधारे ने कहा कि जब तक पार्टी के पास राउत जैसे नेता हैं, तब तक डरने की कोई बात नहीं है। ''टाइगर वापस आ गया है।'' बता दें कि 
 शिवसेना सांसद ने जेल में 101 दिन बिताए हैं। 

सिद्धिविनायक मंदिर के किए दर्शन

संजय राउत ने जेल से रिहा होने के बाद सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ काफी भीड़ नजर आई। दर्शन करने के बाद  संजय राउत ने कहा- मैंने 100 दिन से अधिक जेल में काटे लेकिन क्यों? मेरा क्या गुनाह है? मुझे जेल क्यों भेजा, मुझे अब तक नहीं पता। मुझे न्याय व्यवस्था में भरोसा है और आज वह भरोसा बढ़ गया है। 

हमने कभी गलत काम नहीं किया

सिद्धिविनायक मंदिर के दर्शन के बाद शिवसेना संजय राउत ने आगे कहा कि, 'हमने ज़िंदगी में कभी गलत काम नहीं किया। मैंने 100 दिन से भी अधिक जेल में काटे जिसे में कभी भूलूंगा नहीं। मुझे किसी से गिला शिकवा नहीं है। मुझे हमारी न्याय व्यवस्था ने न्याय दिया और मैं उनका आभारी हूं।'

क्या है पूरा मामला ?

साल 2007 में MHADA (महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी ) को पात्रा चॉल के रिडेवलपमेंट का ठेका काम मिला था, जिसमें 1034 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। MHADA की ओर से रिडेवलपमेंट के काम की जिम्मेदारी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को मिली कंपनी को मिली थी, आरोप है कि दोनों ने मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया. जिसमें बाद में राउत परिवार का भी नाम सामने आया। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक ED ने दावा किया था कि राउत को इस घोटाले की कमाई से 3.27 करोड़ रुपये की कमाई हुई है।