उत्तराखंड के जोशीमठ में 561 मकानों में दरारें, 43 परिवार शिफ्ट, भारी विरोध के बाद रोपवे का काम बंद

उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में कई मकानों में दरारें आने के बाद 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. इस बीच लोगों का प्रदर्शन जारी रहा. लोगों का आरोप है कि एनटीपीसी की परियोजना जिसकी वजह से समस्या पैदा हुई है. अधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों पर परिवारों को स्थानांतरित किया गया है उनमें नगर पालिका भवन, एक प्राथमिक विद्यालय भवन, मिलन केंद्र और जोशीमठ गुरुद्वारा शामिल हैं. उन्होंने बताया कि कुछ परिवार अपने संबंधियों के यहां चले गए हैं.जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन अगले आदेश तक बंदसीएमओ ने बताया, जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. जोशीमठ प्रशासन ने एनटीपीसी और एचसीसी को 4000 प्री-फैब्रिकेटेड हाउस उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. जोशीमठ नगर क्षेत्र से 43 परिवारों को अस्थाई रूप से सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सुरक्षा बल को अलर्ट पर रखा गया है.प्रशासन के विरोध में नारेबाजी, चक्का जामजोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने बताया कि लोग प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए और उन्होंने चक्का जाम किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने बुझाने के लिए उपजिलाधिकारी (एसडीएम) पहुंचे लेकिन लोगों ने उनसे कहा कि उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय लिए जाने तक वे इसे जारी रखेंगे. इन मांगों में रहवासियों का पुनर्वास, हेलांग और मारवाडी के बीच एनटीपीसी की सुरंग और बाइपास रोड का निर्माण बंद करना आदि हैं.Uttarakhand CM Oath Ceremony: पुष्कर सिंह धामी लगातार दूसरी बार बने सीएम, जानें कैबिनेट में किसे मिली जगहOperation of Joshimath-Auli ropeway stopped till further orders. Joshimath administration has ordered NTPC & HCC to make available 4000 pre-fabricated houses. 43 families from Joshimath town area temporarily shifted to safer places. SDRF, NDRF, & security forces on alert: CMO pic.twitter.com/IfsVLEQAao— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 5, 2023 बदरीनाथ तथा हेमकुंड भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले जोनराज्य के चमोली जिले में, बदरीनाथ तथा हेमकुंड 6,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले ‘जोन-पांच’ में आता है.अबतक 561 मकानों में आयीं दरारेंविभिन्न इलाकों में अब तक 561 मकानों में दरारें आ चुकी हैं, जिनमें रविग्राम में 153, गांधीनगर में 127, मनोहरबाग में 71, सिंहधार में 52, परसारी में 50, अपर बाजार में 29, सुनील में 27, मारवाड़ी में 28 और लोअर बाजार में 24 मकान शामिल हैं.मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्थिति पर करीब नजरमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है और वह हालात का जायजा लेने स्वयं वहां जाएंगे. भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले ‘जोन-पांच’ में आने वाले इस शहर का सर्वे करने के लिए विशेषज्ञों का एक दल भी गठित किया गया है.

उत्तराखंड के जोशीमठ में 561 मकानों में दरारें, 43 परिवार शिफ्ट, भारी विरोध के बाद रोपवे का काम बंद
उत्तराखंड के जोशीमठ में 561 मकानों में दरारें, 43 परिवार शिफ्ट, भारी विरोध के बाद रोपवे का काम बंद

उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में कई मकानों में दरारें आने के बाद 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. इस बीच लोगों का प्रदर्शन जारी रहा. लोगों का आरोप है कि एनटीपीसी की परियोजना जिसकी वजह से समस्या पैदा हुई है. अधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों पर परिवारों को स्थानांतरित किया गया है उनमें नगर पालिका भवन, एक प्राथमिक विद्यालय भवन, मिलन केंद्र और जोशीमठ गुरुद्वारा शामिल हैं. उन्होंने बताया कि कुछ परिवार अपने संबंधियों के यहां चले गए हैं.

जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन अगले आदेश तक बंद

सीएमओ ने बताया, जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. जोशीमठ प्रशासन ने एनटीपीसी और एचसीसी को 4000 प्री-फैब्रिकेटेड हाउस उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. जोशीमठ नगर क्षेत्र से 43 परिवारों को अस्थाई रूप से सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सुरक्षा बल को अलर्ट पर रखा गया है.

प्रशासन के विरोध में नारेबाजी, चक्का जाम

जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने बताया कि लोग प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए और उन्होंने चक्का जाम किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने बुझाने के लिए उपजिलाधिकारी (एसडीएम) पहुंचे लेकिन लोगों ने उनसे कहा कि उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय लिए जाने तक वे इसे जारी रखेंगे. इन मांगों में रहवासियों का पुनर्वास, हेलांग और मारवाडी के बीच एनटीपीसी की सुरंग और बाइपास रोड का निर्माण बंद करना आदि हैं.

बदरीनाथ तथा हेमकुंड भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले जोन

राज्य के चमोली जिले में, बदरीनाथ तथा हेमकुंड 6,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले ‘जोन-पांच’ में आता है.

अबतक 561 मकानों में आयीं दरारें

विभिन्न इलाकों में अब तक 561 मकानों में दरारें आ चुकी हैं, जिनमें रविग्राम में 153, गांधीनगर में 127, मनोहरबाग में 71, सिंहधार में 52, परसारी में 50, अपर बाजार में 29, सुनील में 27, मारवाड़ी में 28 और लोअर बाजार में 24 मकान शामिल हैं.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्थिति पर करीब नजर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जोशीमठ में स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है और वह हालात का जायजा लेने स्वयं वहां जाएंगे. भूकंप के अत्यधिक जोखिम वाले ‘जोन-पांच’ में आने वाले इस शहर का सर्वे करने के लिए विशेषज्ञों का एक दल भी गठित किया गया है.