केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान: भारत में एक मिनट में पैदा हो रहे 30 बच्चे, जनसंख्या नियंत्रण बिल जरूरी
केंद्रीय पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार जनसंख्या नियंत्रण पर बड़ा बयान दिया है। केंद्र में मंत्री गिरिराज सिंह का कहना था कि देश में हर मिनट 30 से ज़्यादा बच्चे पैदा हो रहे हैं। ऐसे में वक़्त आ गया है कि जनसंख्या नियंत्रण विधेयक को लागू किया जाए।
नई दिल्ली : केंद्रीय पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार जनसंख्या नियंत्रण पर बड़ा बयान दिया है। केंद्र में मंत्री गिरिराज सिंह का कहना था कि देश में हर मिनट 30 से ज़्यादा बच्चे पैदा हो रहे हैं। ऐसे में वक़्त आ गया है कि जनसंख्या नियंत्रण विधेयक को लागू किया जाए। गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि यह विधेयक देश के हर धर्म और वर्ग के लोगों के लिए लागू होगा। इस दौरान उन्होंने देश में सीमित संसाधनों का हवाला भी दिया है।
हर मिनट पैदा हो रहे 30 बच्चे
पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह का यह भी कहना था कि जनसंख्या नियंत्रण विधेयक बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे पास सीमित संसाधन हैं। उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि चीन ने वन चाइल्ड पॉलिसी लागू करके ही विकास किया है। उनका कहना था कि आज चीन में हर मिनट 10 बच्चे पैदा हो रहे हैं, जबकि भारत में 30 बच्चे प्रति मिनट पैदा हो रहे हैं है। ऐसे में हम चीन का मुक़ाबला कैसे करेंगे।
'जनसंख्या नियंत्रण कानून सबपर लागू हो, जो ना माने उससे वोटिंग का अधिकार छीना जाए', गिरिराज सिंह का बड़ा बयान #GirirajSingh #PopulationControl @girirajsinghbjp pic.twitter.com/a5IuaiNyqm — Zee News (@ZeeNews) November 27, 2022
अगर देश के अंदर जनसंख्या नियंत्रित कानून नहीं बना तो देश में न सामाजिक समरसता और एकता बचेगी... न विकास हो पाएगा। 1978 के पहले चीन की GDP भारत की GDP से कम थी लेकिन आज चीन हमसे ज्यादा समृद्ध है क्योंकि 1979 में चीन 'वन चाइल्ड पॉलिसी' लाया: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह pic.twitter.com/NZVNzPyd9y — NBT Hindi News (@NavbharatTimes) November 27, 2022
चीन ने जनसंख्या नियंत्रित कर किया विकास
पंचायती राज मंत्री एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहते हैं कि जब साल 1978 में चीन ने वन चाइल्ड पॉलिसी अपनाई तो उसकी जीडीपी भारत से कम थी। उसने क़रीब 60 लाख करोड़ की जनसंख्या को नियंत्रित करते हुए विकास किया है। केंद्रीय मंत्री ने जनसंख्या नियंत्रण विधेयक को किसी भी धर्म, आस्था की परवाह किए बग़ैर लागू करना चाहिए।